Add To collaction

लेखनी कहानी -07-Sep-2022 प्रेम पत्र

उसकी नशीली आंखें इस कदर जादू कर गईं 
प्यार का बुखार चढा कर दिल बेकाबू कर गई 
रात दिन बस उसी के ख्याल आने लगे 
उनकी गलियों के चक्कर बेवजह लगाने लगे 
नजदीक आने का कोई बहाना बनाने लगे 
आंचल की छांव के सपने सजाने लगे 
हाल ए दिल कैसे कहें युक्ति भिड़ाने लगे 
सामने जाने के नाम पे कदम लड़खड़ाने लगे 
खत के जरिये संदेश भेजने का मन किया 
हाल ए दिल बयां करने का यूं जतन किया 
बड़ी मुश्किल से "आई लव यू" ही लिख पाए 
उनके चौखट पे हम उस खत को रख आये 
इतने में उसकी मम्मी घर के बाहर आईं 
सामने पड़े खत को देखकर बड़ी चकराईं 
खत पढकर वे हौले हौले मुस्कुराने लगीं 
हमारी जान अब कलेजे को आने लगी 
सामने हमें देखकर वे सारा माजरा समझ गई 
इशारे से हमें बुलाकर घर के अंदर ले गई 
UPSC की तरह पूरा साक्षात्कार कर डाला 
सात पुश्तों का हिसाब एक ही दिन में कर डाला 
फिर पता नहीं वो किस बात पर हम पे रींझ गईं 
दिल की सूखी क्यारी को अपने आशीर्वाद से सींच गईं 
"उन्हें" बुलाकर उनसे अपनी राय बताने को कहा गया 
मुझे सामने देखकर उनसे कुछ कहा नहीं गया 
मगर इशारों में ही बता कर वो भाग खड़ी हुई 
इस प्रकार हमारे प्रेम की जीत बड़ी हुई 
वो छोटा सा प्रेम पत्र आज भी उनके पास है 
वो एक लाइन ही सही, पर उनके लिए खास है 

श्री हरि 
7.9.22 


   12
9 Comments

Reena yadav

08-Sep-2022 04:08 PM

👍👍

Reply

Bahut khoob 💐👍

Reply

Hari Shanker Goyal "Hari"

08-Sep-2022 09:57 AM

हार्दिक आभार जी 💐💐🙏🙏

Reply

Raziya bano

07-Sep-2022 05:19 PM

Shaandar

Reply

Hari Shanker Goyal "Hari"

07-Sep-2022 07:15 PM

हार्दिक आभार जी 💐💐🙏🙏

Reply